मत बाँधिए नियमों की जंज़ीरों से, आज़ाद जीना चाहती हूँ मैं; मत खींचिए कोई लक्ष्मण रेखा, बेखौ... मत बाँधिए नियमों की जंज़ीरों से, आज़ाद जीना चाहती हूँ मैं; मत खींचिए कोई ल...
अब शायद दुनिया बुद्धिमान हो गयी है , थोड़ी लालची और थोड़ी बेईमान हो गई है। अब शायद दुनिया बुद्धिमान हो गयी है , थोड़ी लालची और थोड़ी बेईमान हो गई है।
हरी भरी बगिया से सुसज्जित धरा को बनाना है। हरी भरी बगिया से सुसज्जित धरा को बनाना है।
पूजे सारे देव रै, पंडत करै कमाल। पोथी पतरा देखकै, पढ़ै ग्रहों की चाल। पूजे सारे देव रै, पंडत करै कमाल। पोथी पतरा देखकै, पढ़ै ग्रहों की चाल।
बिन तुम मानव का अस्तित्व नहीं तुम हो सर्वगुणों की खान ! बिन तुम मानव का अस्तित्व नहीं तुम हो सर्वगुणों की खान !
ग्रह सभी एक साथ मुस्काए आज फिर, याद तुम आये। ग्रह सभी एक साथ मुस्काए आज फिर, याद तुम आये।