पाप के ही पौधे,पैदा होते हैं आंगन में। लक्ष्मी का रूप,होता है सुहागन में। पाप के ही पौधे,पैदा होते हैं आंगन में। लक्ष्मी का रूप,होता है सुहागन में।
समय की बात है कि दामाद कभी रसगुल्ला तो कभी दोधारी तलवार होता है। समय की बात है कि दामाद कभी रसगुल्ला तो कभी दोधारी तलवार होता है।
काैन काैन सी भूमिका निभाती है घर में जब काेई लडकी ब्याह कर आती है... इसलिए ऐ पुरुष, उसका सम्मान करना... काैन काैन सी भूमिका निभाती है घर में जब काेई लडकी ब्याह कर आती है... इसलिए ऐ पुर...
इस शादी में वर एक है वधु है कई सारी शादी तभी संपन्न होगी जब साथ आएंगे 145... वधुएं बारी-बारी तथ... इस शादी में वर एक है वधु है कई सारी शादी तभी संपन्न होगी जब साथ आएंगे 145... ...
सेवा में संलग्न,एक शालीन बहु के रूप में उसने अपनी पहचान बनाई थी। सेवा में संलग्न,एक शालीन बहु के रूप में उसने अपनी पहचान बनाई थी।
जब अपना आत्मसम्मान खोया तो समझ आया, खुदको सबसे कम आंकना गलत ही तो था ! जब अपना आत्मसम्मान खोया तो समझ आया, खुदको सबसे कम आंकना गलत ही तो था !