विधाता क्यों फिर नारी बनाई, हर घर जब होती है पराई। विधाता क्यों फिर नारी बनाई, हर घर जब होती है पराई।
फासलों का ख्याल है जिन्हें, उनमें ही दूरियाँ बढ़ती जा रही है। फासलों का ख्याल है जिन्हें, उनमें ही दूरियाँ बढ़ती जा रही है।
जब भी तुम ससुराल जाते हो, नेग और तोहफे पाते हो, मुझे तो घर की लक्ष्मी कह कह कर सब खोटे सिक्के सा ... जब भी तुम ससुराल जाते हो, नेग और तोहफे पाते हो, मुझे तो घर की लक्ष्मी कह कह कर...
तो ससुराल वाले क्या समझेंगे यह सोच कर कहते हुए सासु माँ जोर से हँस पड़ीं।पूछा जाना है आगे पढ़ने?... तो ससुराल वाले क्या समझेंगे यह सोच कर कहते हुए सासु माँ जोर से हँस पड़ीं।पू...
शादी के रिवाजों में यूपी की थी यह प्रथा। दामाद को भी अवसर मिलता एक रस्म में पूरी कर शादी के रिवाजों में यूपी की थी यह प्रथा। दामाद को भी अवसर मिलता एक रस्...
अपनी सास के बच्चे पैदा न करने के लिए सालों से उसका मजाक उड़ा रहे थे, एक दिन रामू उसे ल अपनी सास के बच्चे पैदा न करने के लिए सालों से उसका मजाक उड़ा रहे थे, एक दिन र...