लेकिन उनकी किस्मत गई थी मारी दामाद के रूप में मिला रिश्तेदार भिखारी। लेकिन उनकी किस्मत गई थी मारी दामाद के रूप में मिला रिश्तेदार भिखारी।
सबके पूर्वज पहुँच गये आज सकुशल अपने संसार में। सबके पूर्वज पहुँच गये आज सकुशल अपने संसार में।
हर घर मंदिर बन जाएगा जब बहू, बेटी और दामाद, बेटा बन जाएगा। हर घर मंदिर बन जाएगा जब बहू, बेटी और दामाद, बेटा बन जाएगा।
समय की बात है कि दामाद कभी रसगुल्ला तो कभी दोधारी तलवार होता है। समय की बात है कि दामाद कभी रसगुल्ला तो कभी दोधारी तलवार होता है।
जैसे बारिश में हो एक भीगता जिया हो………बेटी-दामाद को देख तो ऐसा लगा जैसे बारिश में हो एक भीगता जिया हो………बेटी-दामाद को देख तो ऐसा लगा
परोसे जाते थे असीमित सत्कार, क्या मात्र यही दिखते थे गांव की महान आत्मीयता का आधार परोसे जाते थे असीमित सत्कार, क्या मात्र यही दिखते थे गांव की महान आत्मीय...