दिमाग की खिडकी खुली रखें तो फिर क्या कुछ भी सीख सकते है, समय के साथ बढ सकते है... दिमाग की खिडकी खुली रखें तो फिर क्या कुछ भी सीख सकते है, समय के साथ बढ सकते है.....
भीड़ अति बस स्टेशन पर, मैं तलाशता अपनी वाली को। तभी लिखा था एक जगह, अपना सामान संभालने को। मैं च... भीड़ अति बस स्टेशन पर, मैं तलाशता अपनी वाली को। तभी लिखा था एक जगह, अपना सामा...
चलता समय बताने वाली, कमरे में रुक चुकी घड़ी थी। सपनों का आकाश दिखाने, वाली खिड़की बंद पड़ी थी।... चलता समय बताने वाली, कमरे में रुक चुकी घड़ी थी। सपनों का आकाश दिखाने, वाली...
मगर अब क्या? हो जाने दो बर्बाद इस आधार को जो मानवता की एकमात्र मशाल बनकर हम इंसानों में अपनी प्... मगर अब क्या? हो जाने दो बर्बाद इस आधार को जो मानवता की एकमात्र मशाल बनकर हम ...
बारिश की लटकती बूंदों को एक दूसरे पर उड़ना। वो भागते पेड़ों को गिनना और शर्तें लगाना। वो भाग कर ट्... बारिश की लटकती बूंदों को एक दूसरे पर उड़ना। वो भागते पेड़ों को गिनना और शर्तें ...
मैं वो चाँदनी भी तो हूँ नहीं, जिसके लिए वो खिड़की के कोने पर खड़ा हो जाएगा।। मैं वो आदत तो हूँ नही... मैं वो चाँदनी भी तो हूँ नहीं, जिसके लिए वो खिड़की के कोने पर खड़ा हो जाएगा।। म...