रात सहर दर्पण लोरी याद सोता देश सूरज सच्ची एक राह चाहिए । #शोर बहुत है चारों तरफ सवाल खामोश परछाई जवाब पायल जीवन सिसकियां सुबह छाती सोने

Hindi सन्नाटों Poems