ये चाँद हर दिन देखता है तुम्हें फिर रात भर पिघलता है। ये चाँद हर दिन देखता है तुम्हें फिर रात भर पिघलता है।
क्या इनके भी आने जाने का समय कोई लिखता होगा ? क्या इनके भी आने जाने का समय कोई लिखता होगा ?
हमेशा राह तकता हूँ कहीं से तुम चले आना ! खुशी के पल में आ के मेरे घर को सजा देना हमेशा राह तकता हूँ कहीं से तुम चले आना ! खुशी के पल में आ के मेरे घर को सजा द...
छुपकर जीवन की सच्चाई से, आ कर ले कुछ नींद चोरी... छुपकर जीवन की सच्चाई से, आ कर ले कुछ नींद चोरी...
जज़्बातों के निशान कभी कम नहीं पड़ते,गुज़रते वक़्त के साथ उनका छाप और गहरा हो जाता है ! जज़्बातों के निशान कभी कम नहीं पड़ते,गुज़रते वक़्त के साथ उनका छाप और गहरा हो जाता ह...