गुणों का गुणा करता रहे जन श्रेष्ठ सज्जन गुणों का गुणा करता रहे जन श्रेष्ठ सज्जन
रहोगे यदि मन के मतवाले कहलाओगे सज्जन और हिम्मतवाले। रहोगे यदि मन के मतवाले कहलाओगे सज्जन और हिम्मतवाले।
क्या बताएँ भाई साहब पंद्रह साल से डाई लगा रहा हूँ ! क्या बताएँ भाई साहब पंद्रह साल से डाई लगा रहा हूँ !
किसी भी स्थान पर हम जाते है, चाहे अस्पताल बो या बस स्टाॅप... वहां जो मिलते है लोग उसी में से कोई हमा... किसी भी स्थान पर हम जाते है, चाहे अस्पताल बो या बस स्टाॅप... वहां जो मिलते है लो...
झील झरने और खेत खलियान सब कुछ बेचूंगा रोक सके तो रोक लो झील झरने और खेत खलियान सब कुछ बेचूंगा रोक सके तो रोक लो
पास पड़ोस के झगड़े से, रहना हरदम दूर, धर्म कर्म पर जो चले, चेहरे पर आये नूर, पास पड़ोस के झगड़े से, रहना हरदम दूर, धर्म कर्म पर जो चले, चेहरे पर आये नूर,