कभी कुछ व्यक्त न कर पाएगा क्या तेरा भविष्य संंवर जाएगा कभी कुछ व्यक्त न कर पाएगा क्या तेरा भविष्य संंवर जाएगा
आँखों की तेरी झील में जो हम उतर गये । कितने ही ख्वाब आज सजे औ निखर गये।। आँखों की तेरी झील में जो हम उतर गये । कितने ही ख्वाब आज सजे औ निखर गये।।
मैं कोई लेखनी अगर होती। तेरी कलम से फिर लिखी जाती। मैं कोई लेखनी अगर होती। तेरी कलम से फिर लिखी जाती।
आपसी रिश्तों में प्रेम का ठहराव है जीवन। आपसी रिश्तों में प्रेम का ठहराव है जीवन।
वो उकता जाते हैं हमारी ख्वाहिशों से छोड़ मायूसी के भंवर में जाते हैं। वो उकता जाते हैं हमारी ख्वाहिशों से छोड़ मायूसी के भंवर में जाते ह...
मोहब्बत एक जहर है !जो पी गया वो एक भटकती आत्मा है ! मोहब्बत एक जहर है !जो पी गया वो एक भटकती आत्मा है !