एक सूखे दरख़्त के तने से सिर टिकाए मैं देख रहा हूँ खुद को एक सूखे दरख़्त के तने से सिर टिकाए मैं देख रहा हूँ खुद को
क्यों ना हो इंतज़ार उस दिन का जो टूट गया कहाँ है वो तिनका क्यों ना हो इंतज़ार उस दिन का जो टूट गया कहाँ है वो तिनका
जिस पे भरोसा वही देता धोखा अब न रहा डर हर शख़्स रो रहा जिस पे भरोसा वही देता धोखा अब न रहा डर हर शख़्स रो रहा
साँवला रंग तेरा सलोना मेरा दिल तेरा खिलोना... साँवला रंग तेरा सलोना मेरा दिल तेरा खिलोना...
इस जहाँ से उस जहां तक कि ख़बर है, और कहते हैं बेख़बर हैं हम इस जहाँ से उस जहां तक कि ख़बर है, और कहते हैं बेख़बर हैं हम