तुम हर गुज़रते दिन में तुम से दूर होना चाहता था। हो गया हो दूर तो अब दिल क्यूँ खुद पर। तुम हर गुज़रते दिन में तुम से दूर होना चाहता था। हो गया हो दूर तो अब दिल क्यूँ...
हद तो तब हुई जब इल्जाम भी लगाये और गुनाह भी नहीं बताये। हद तो तब हुई जब इल्जाम भी लगाये और गुनाह भी नहीं बताये।
ये कमबख्त इश्क़ बड़ा, बेगैरत और बेगाना क्यों है ये कमबख्त इश्क़ बड़ा, बेगैरत और बेगाना क्यों है
अजीज पड़ी चीजों से बाशिंदा हम हशमत अजीज पड़ी चीजों से बाशिंदा हम हशमत
छूटते तो वो ही है जो संग बढते ही नहीं। वरना वक्त तो बेगैरत को पहिचान बेदरदी को भी मुस्कान बना देत... छूटते तो वो ही है जो संग बढते ही नहीं। वरना वक्त तो बेगैरत को पहिचान बेदरदी क...
घरों के बर्तन भांडे तन मन से धो धोकर मालकिन की नजर में हरजाई थी वह औरत घरों के बर्तन भांडे तन मन से धो धोकर मालकिन की नजर में हरजाई थी वह औरत