Sumit. Malhotra
Others
दिल तो है पागल,
और दीवाना भी क्यों है।
प्यार से बचना जरा,
आशिकों और हसीनाओं।
ये कमबख्त इश्क़ बड़ा,
बेगैरत और बेगाना क्यों है।
शमा पर मिटता हर बार,
सिर्फ परवाना ही क्यों है।
मोहब्बत का मौ...
प्रकृति के गज...
पानी की प्रत्...
प्रकृति के बग...
बेमौसम बरसात
बरसात में बाह...
बारिश का मौसम...
तेरा मुझसे प्...
काश पाकीज़ा इ...
स्वच्छता से र...