जरा उनको बता देना तुम्हारी बेहतर तैयारी है। जरा उनको बता देना तुम्हारी बेहतर तैयारी है।
इक रात नहीं, दस रात नहीं, न जाने कब से जागते हैं। इक रात नहीं, दस रात नहीं, न जाने कब से जागते हैं।
कोहिनूर हो इस भारत का इतना तो तुम घ्यान करो। कोहिनूर हो इस भारत का इतना तो तुम घ्यान करो।
सबको समान रक्षा देते ना देखते जात पात सदा डटकर खड़े रहते सर्दी गर्मी बरसात सबको समान रक्षा देते ना देखते जात पात सदा डटकर खड़े रहते सर्दी गर्मी ...
सारे ज़माने की नजर रहती है हर लम्हाए चांद तुझ पर पहरेदारी बहुत है। सारे ज़माने की नजर रहती है हर लम्हाए चांद तुझ पर पहरेदारी बहुत है।
'मुनासिब नहीं हर वक्त तेरी पहरेदारी, ऐ शहर, ऐ तेरे दोस्त हर बलाओं से मंसूब रक्खें।' शहरी जीवन की कवि... 'मुनासिब नहीं हर वक्त तेरी पहरेदारी, ऐ शहर, ऐ तेरे दोस्त हर बलाओं से मंसूब रक्खे...