हर रूप का आलिंगन करती और हर ताल के साथ नाचती खुद को हर पल परिभाषित करती हर क्षण हर रूप का आलिंगन करती और हर ताल के साथ नाचती खुद को हर पल परिभाषित करती ...
जैसे जैसे बड़े हुए हम ये भी चली हमारे संग जैसे जैसे बड़े हुए हम ये भी चली हमारे संग
अधिकार है लोगों को मूल्यांकन का मेरे लिए ये मूल्यांकन से परे विषय था ! अधिकार है लोगों को मूल्यांकन का मेरे लिए ये मूल्यांकन से परे विषय था !
हसीन वादियों और पहाड़ों की हवा मुझे सुकून देती है, बेशक हर बार ये मेरी जेब बहुत ढीली करती है, हर ब... हसीन वादियों और पहाड़ों की हवा मुझे सुकून देती है, बेशक हर बार ये मेरी जेब बहुत...
नान रोटी जब बनता तब बूढ़े बच्चों का मन भरता। नान रोटी जब बनता तब बूढ़े बच्चों का मन भरता।
परिवार के साथ बैठकर खाना खाने का आनंद ही कुछ अलग हाेता है... और वह खाना अगर मां ने बनाया हाे ताे फिर... परिवार के साथ बैठकर खाना खाने का आनंद ही कुछ अलग हाेता है... और वह खाना अगर मां ...