तुम मेघ का टुकड़ा नही तुम मेरा नभ हो जिसके विस्तार मे मैं खो जाना चाहती हूँ तुम कोई राह का पत्... तुम मेघ का टुकड़ा नही तुम मेरा नभ हो जिसके विस्तार मे मैं खो जाना चाहती हूँ ...
इतना साहस दे माँ मुझे इस जीवन में निडरता से अन्याय का विरोध कर पाऊँ। इतना साहस दे माँ मुझे इस जीवन में निडरता से अन्याय का विरोध कर पाऊँ।
घनघोर बरस गए सारे आँसू, नवजीवन फिर लहराया। घनघोर बरस गए सारे आँसू, नवजीवन फिर लहराया।
हाथों में लेकर पुष्प, चंदन, कर ले हम शत- शत वंदन। हाथों में लेकर पुष्प, चंदन, कर ले हम शत- शत वंदन।
खट्टे कर दे खटाई की तरह उस के दाँत जो उसके आत्मसम्मान को ठेस पहुँचाए खट्टे कर दे खटाई की तरह उस के दाँत जो उसके आत्मसम्मान को ठेस पहुँचाए
आज खुद से ही बात कर लूं, खुद में ही गीत गा लूँ, आज खुद से ही बात कर लूं, खुद में ही गीत गा लूँ,