लेकिन मूक दर्शक बना रह जाता है इंसान। लेकिन मूक दर्शक बना रह जाता है इंसान।
खाते में है सब दिखने के लिए खाते में है सब दिखने के लिए
जिनके घर पर खाने के दाने न होते है उन्हीं के सबसे ज़्यादा दिखावे होते है जिनके घर पर खाने के दाने न होते है उन्हीं के सबसे ज़्यादा दिखावे होते है
तुझे शोहरत क्या मिली, भूला तू दोस्ताना अपना तुझे शोहरत क्या मिली, भूला तू दोस्ताना अपना
बदल गई है दुनिया या बदल गए हैं हम बिखरा हर परिवार बदल गई है दुनिया या बदल गए हैं हम बिखरा हर परिवार
ज़माने की चकाचौंध ने अंधा किया है आज भरोसे का कोहिनूर टूट गया है ज़माने की चकाचौंध ने अंधा किया है आज भरोसे का कोहिनूर टूट गया है