आकर मेरे इस जीवन में तुम इसे अब सुखांत बनाओ ! आकर मेरे इस जीवन में तुम इसे अब सुखांत बनाओ !
गाँवों की मरम्मत अब होगी कब, कितने सालों में। गाँवों की मरम्मत अब होगी कब, कितने सालों में।
ज्ञान पूंज मेरे मन से गुजरी, दिन के पहले पहर तुम हो ज्ञान पूंज मेरे मन से गुजरी, दिन के पहले पहर तुम हो
आओ पर्यावरण दिन पर संकल्प मन में लाए एक वृक्ष धरा पर! आओ पर्यावरण दिन पर संकल्प मन में लाए एक वृक्ष धरा पर!
भूमि का शृंगार तरु है मिलकर नयी रवानी दें। भूमि का शृंगार तरु है मिलकर नयी रवानी दें।
रिश्ता रंगकर प्रेम से आँगन मेरा तुम तरुवर कर दो रिश्ता रंगकर प्रेम से आँगन मेरा तुम तरुवर कर दो