कौन देश के वासी तुम बादल चले कहाँ होकर तैयार ? कौन देश के वासी तुम बादल चले कहाँ होकर तैयार ?
सब अपनी-अपनी जगह पर बाबस्ता है।कवर सब अपनी-अपनी जगह पर बाबस्ता है।कवर
गाँवों की मरम्मत अब होगी कब, कितने सालों में। गाँवों की मरम्मत अब होगी कब, कितने सालों में।
मेरी महोब्बत अब रंग लायी है बसंत की एक लहर आई है! मेरी महोब्बत अब रंग लायी है बसंत की एक लहर आई है!