लम्हों के दामन में भावों का मेला है, लम्हों के दामन में भावों का मेला है,
बिना आवाज़ के भी तु मुझे पुकार जाती हैं। बिना आवाज़ के भी तु मुझे पुकार जाती हैं।
आखिरी दिन साँसों की डोर टूटने तक है जिंदगी। आखिरी दिन साँसों की डोर टूटने तक है जिंदगी।
हंस रहे हैं लव लेकिन दिल धधक रहा है ये क्या करूं 'अरुण'अब मैं मन बहुत अकेला है। हंस रहे हैं लव लेकिन दिल धधक रहा है ये क्या करूं 'अरुण'अब मैं मन बहुत अकेला ह...
पर जीवन में खुशियों की जब बारी है आती पर जीवन में खुशियों की जब बारी है आती
इस राह में सजा जो यह मेला है समझ ले सब बड़ा झमेला है इस राह में सजा जो यह मेला है समझ ले सब बड़ा झमेला है