मेरी लिमिट को कौन से शब्दों में बाँधना चाहते हो तुम? मेरी लिमिट को कौन से शब्दों में बाँधना चाहते हो तुम?
खुद से पूछना हर वक्त कैसे हो तुम कहीं खामोश रहना तुम्हारी फितरत ना बन जाए! खुद से पूछना हर वक्त कैसे हो तुम कहीं खामोश रहना तुम्हारी फितरत ना बन जाए!
खाया जख्म ऐसा फिर हम संभल न पाये थाम गैर बाहे मेरे जख्मों नमक वो लगा रहे है खाया जख्म ऐसा फिर हम संभल न पाये थाम गैर बाहे मेरे जख्मों नमक वो लगा रहे है