कैसी गुफ्तगू थी यह धरती और आसमान की ! कैसी गुफ्तगू थी यह धरती और आसमान की !
अधरों को जिसके छू के मधुर धुन है बज रही। अधरों को जिसके छू के मधुर धुन है बज रही।
बड़ा मजा आता है आज रिश्तों का मजाक उड़ाने में! बड़ा मजा आता है आज रिश्तों का मजाक उड़ाने में!
अब नाही अइबु त कब माई अइबु , बलकवा रोवे बड़ी ज़ोर। अब नाही अइबु त कब माई अइबु , बलकवा रोवे बड़ी ज़ोर।
ऊंगली की अंगूठी से जुड़ते कई अरमान हैं तेरे मेरे रिश्ते की यही पहचान है! ऊंगली की अंगूठी से जुड़ते कई अरमान हैं तेरे मेरे रिश्ते की यही पहचान है!
तेरी बेवफाई का दर्द अब नहीं सहना चाहता हूं ! तेरी बेवफाई का दर्द अब नहीं सहना चाहता हूं !