हर गुलशन का गुल प्यारा क्यों ना लगता, अगर अपनी बाग़ की कालियां भी प्यारी हैं।। हर गुलशन का गुल प्यारा क्यों ना लगता, अगर अपनी बाग़ की कालियां भी प्यारी हैं।।
ऊंगली की अंगूठी से जुड़ते कई अरमान हैं तेरे मेरे रिश्ते की यही पहचान है! ऊंगली की अंगूठी से जुड़ते कई अरमान हैं तेरे मेरे रिश्ते की यही पहचान है!
बेढंग है लोगों का लबोलहजा मुझ पर, सही नहीं । बेढंग है लोगों का लबोलहजा मुझ पर, सही नहीं ।