तो तू तेज़ाब मैं चेहरा बन जाऊँ और तू ज़हर तो मैं सांस बन जाऊँ। तो तू तेज़ाब मैं चेहरा बन जाऊँ और तू ज़हर तो मैं सांस बन जाऊँ।
नहीं देंगे किसी को अब सब्र का इम्तिहान, इन्तक़ाम लेंगे चाहे चली जाए कई जान। नहीं देंगे किसी को अब सब्र का इम्तिहान, इन्तक़ाम लेंगे चाहे चली जाए कई जान।
अब तुम्हारी दूरियों का एहसास नहीं, बस खुद से दूरियाँ खल रही है। अब तुम्हारी दूरियों का एहसास नहीं, बस खुद से दूरियाँ खल रही है।
'एहतिमाम तो "नीरव" ने किया था मिलने का तुजसे, तुम गम-ऐ-बज़्म के बेहिस मैं रह जाओगे ये सोचा न था' एक ... 'एहतिमाम तो "नीरव" ने किया था मिलने का तुजसे, तुम गम-ऐ-बज़्म के बेहिस मैं रह जाओ...
जलाए हैं खुद ने दीप जो राह में तूफानों के तो मांगे फिर हवाओं से बचने की रियायत कैसी ।। जलाए हैं खुद ने दीप जो राह में तूफानों के तो मांगे फिर हवाओं से बचने की रियाय...
तेरी बेवफाई का दर्द अब नहीं सहना चाहता हूं ! तेरी बेवफाई का दर्द अब नहीं सहना चाहता हूं !