कसम दी थी, ना लौटकर आने की, फिर इश्क़ में हर वादे को तो निभाना पड़ता है। कसम दी थी, ना लौटकर आने की, फिर इश्क़ में हर वादे को तो निभाना पड़ता है।
हम कागज नहीं दिखाएंगे, पर आग जरूर लगाएंगे हम कागज नहीं दिखाएंगे, पर आग जरूर लगाएंगे
क्या तुम्हारे ग़म में हम ये ज़माना छोड़ दे क्या तुम्हारे ग़म में हम ये ज़माना छोड़ दे
बीस -बरस तक खूब खेला मैं रंगों के साथ बीस -बरस तक खूब खेला मैं रंगों के साथ
ये दुनिया है इसका मातम मनाना छोड़ दो ये दुनिया है इसका मातम मनाना छोड़ दो
कभी गुस्से में खुद ही दबा देती है, कभी रो रो कर धुंधला देती है। कभी गुस्से में खुद ही दबा देती है, कभी रो रो कर धुंधला देती है।