अपनी ख़ला को दिल से, भुलाकर तो देख… शमा जो जली, तो हुई महफ़िलें रोशन अपनी ख़ला को दिल से, भुलाकर तो देख… शमा जो जली, तो हुई महफ़िलें रोशन
तुम तो इतने बेरहम हो तुम तो इतने बेशरम हो तुम तो इतने बेरहम हो तुम तो इतने बेशरम हो
बेवफाई ऐसी फिर चाहकर भी वफा न कर पाऊंगा। बेवफाई ऐसी फिर चाहकर भी वफा न कर पाऊंगा।
एक अजीब सी उदासी, चाहकर भी, नहीं हटा पाता हूँ, एक अजीब सी उदासी, चाहकर भी, नहीं हटा पाता हूँ,
तुम्हारी नाराजगी मेरी चाहत मैं चाहकर भी तुमको भुला नहीं पाता। तुम्हारी नाराजगी मेरी चाहत मैं चाहकर भी तुमको भुला नहीं पाता।