ये चाणक्य की है नीति। इसे हमेशा याद रखना। ये चाणक्य की है नीति। इसे हमेशा याद रखना।
"विद्या को चोर भी नहीं चुरा सकता।" ~ आचार्य चाणक्य "विद्या को चोर भी नहीं चुरा सकता।" ~ आचार्य चाणक्य
जब राज्य का काम करता हूं, तो राज्य का तेल जलाता हूं. जब राज्य का काम करता हूं, तो राज्य का तेल जलाता हूं.
मेरे भीतर का शिक्षक , व्यथा सुनाता है। मेरे भीतर का शिक्षक , व्यथा सुनाता है।
कर्मयोगी कृष्ण के शब्दों में, आज भी गीता जीती है, कर्मयोगी कृष्ण के शब्दों में, आज भी गीता जीती है,