दाँत दिखाते गुस्से में क्यों? दाँत दिखाते गुस्से में क्यों?
जब शरारत करने लगा, तब भी साथ आपका मिला जब शरारत करने लगा, तब भी साथ आपका मिला
फिर भी यह आपकी तस्वीर को दर्शाता है। फिर भी यह आपकी तस्वीर को दर्शाता है।
आज ज़िन्दगी ने खिलौना समझ रखा है। आज ज़िन्दगी ने खिलौना समझ रखा है।
लड़कियां गुस्से में हो तो बालों को बाँध लेती हैं ! लड़कियां गुस्से में हो तो बालों को बाँध लेती हैं !
तूने हाल मेरा मुझसे पूछा था फिर खैरियत का लिफाफा सा खुला था तूने हाल मेरा मुझसे पूछा था फिर खैरियत का लिफाफा सा खुला था