भोर हुई तो कोहरे से अटा था आसमान सब तरफ जैसे अंधेरा हो जिंदगी चल रही अपने सफर की तरफ भोर हुई तो कोहरे से अटा था आसमान सब तरफ जैसे अंधेरा हो जिंदगी चल रही अपने ...
सुबह-सुबह मुझे मीठी सी ठंडक देता है ये कोहरा, निकलते हुए दिन के साथ ही आँखों से द सुबह-सुबह मुझे मीठी सी ठंडक देता है ये कोहरा, निकलते हुए दिन के साथ ही ...
कोहरे से आच्छादित है गगन फिर से चली जो पछुआ पवन। कोहरे से आच्छादित है गगन फिर से चली जो पछुआ पवन।
गरम चाय की प्याली की ये गरमाहट मन को कर देता भाव विभोर है। गरम चाय की प्याली की ये गरमाहट मन को कर देता भाव विभोर है।
फ़िर क्यों सब कहते हैं कि.. तुम नहीं रहे अब...! फ़िर क्यों सब कहते हैं कि.. तुम नहीं रहे अब...!
गाँव में एक बन्दर का आ जाना हर एक के साथ करता वो आँख मिचौली। गाँव में एक बन्दर का आ जाना हर एक के साथ करता वो आँख मिचौली।