चाँदनी रो रही है! चाँदनी रो रही है!
पत्थरों को चीरकर, जो गुल खिलते हैं, ऐसी शख्सियत के लोग, इस दुनिया में कितने हैं ! पत्थरों को चीरकर, जो गुल खिलते हैं, ऐसी शख्सियत के लोग, इस दुनिया में कितने ह...
एक दो दिन की अब तो बात नहीं है, अरसों से हुई तुझसे मुलाकात नहीं है...! एक दो दिन की अब तो बात नहीं है, अरसों से हुई तुझसे मुलाकात नहीं है...!
गरम चाय की प्याली की ये गरमाहट मन को कर देता भाव विभोर है। गरम चाय की प्याली की ये गरमाहट मन को कर देता भाव विभोर है।