शब्दों की उलझने समझ नहीं आती, कुछ समझाने की कोशिश, गलत बना जाती, चेहरे की ये खुशी, समझ नहीं आती, शब्दों की उलझने समझ नहीं आती, कुछ समझाने की कोशिश, गलत बना जाती, चेहरे की ये खुश...
लज्जागर्वित कपोल सब दौड़ रहें हैं मेरे प्रेम की ओर लज्जागर्वित कपोल सब दौड़ रहें हैं मेरे प्रेम की ओर
ये उलझने सुलझानी अभी बहुत हैं ये उलझने सुलझानी अभी बहुत हैं
मुझ पर कृपा करो प्रभु इस जीवन की नैया तू ही है। मुझ पर कृपा करो प्रभु इस जीवन की नैया तू ही है।
जब दिल से दिल मिलेंगे और न होंगी कोई 'अगर' ! जब दिल से दिल मिलेंगे और न होंगी कोई 'अगर' !
है ज़िद्द आज़ाद फ़िज़ा में परवाज़ की, अब इस नादान दिल को समझाऊँ कैसे। है ज़िद्द आज़ाद फ़िज़ा में परवाज़ की, अब इस नादान दिल को समझाऊँ कैसे।