छेड़छाड़ चलता यहाँ, बदल रही तकदीर। छेड़छाड़ चलता यहाँ, बदल रही तकदीर।
आचार, विचार, व्यवहार संग सदाचार भी जरूरी है. आचार, विचार, व्यवहार संग सदाचार भी जरूरी है.
वो अजीवित भी जीवित है मेरे इरादों व मेरी प्रेरणा में एक मजबूत स्तम्भ की तरह मेरे जीव वो अजीवित भी जीवित है मेरे इरादों व मेरी प्रेरणा में एक मजबूत स्तम्भ की तर...
और इतवार की शाम ये घर बात नहीं करता । और इतवार की शाम ये घर बात नहीं करता ।
तन से मैं इतना कोमल हूँ , काँटों की छैया पर सो जाऊँ। तन से मैं इतना कोमल हूँ , काँटों की छैया पर सो जाऊँ।
मायके का घर -आंगन और सहेजने का हुनर पल्लू में बांध चली आई वो नये घर मायके का घर -आंगन और सहेजने का हुनर पल्लू में बांध चली आई वो नये घर