यहां शेष है मौन, यहां अजन्मा भी जनमा हुआ है। यहां शेष है मौन, यहां अजन्मा भी जनमा हुआ है।
जियूँगी एक मनुष्य की तरह बस माँ मुझे अजन्मा मत रहने दे। जियूँगी एक मनुष्य की तरह बस माँ मुझे अजन्मा मत रहने दे।
त्याग कर इन स्वार्थी दुनिया सादे जीवन को कर स्वागत। त्याग कर इन स्वार्थी दुनिया सादे जीवन को कर स्वागत।
संसार अजन्मा ही रहेगा, जब जननी ही नहीं रहेगी। संसार अजन्मा ही रहेगा, जब जननी ही नहीं रहेगी।
अमर होकर भी जो मर गया, वो नाम अश्वत्थामा था।। अमर होकर भी जो मर गया, वो नाम अश्वत्थामा था।।
तुम कुछ दिन सपना बन कर आए थे, कुछ दिन डिजिटल चित्रों में मुस्काए थे। तुम कुछ दिन सपना बन कर आए थे, कुछ दिन डिजिटल चित्रों में मुस्काए थे।