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Shailaja Bhattad

Abstract Inspirational

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Shailaja Bhattad

Abstract Inspirational

वीर

वीर

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केसरिया, हरा, सफेद ।

 हर रंग में त्यौहार है।

 समय का चक्का घूमे दिन-दिन 

 हर दिन एक उपहार है।

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 प्राणों की परवाह नहीं की।

 वादा देश से निभाया है।

 गणतंत्र हमारा जीये हर दम।

 हर बाधा से उबारा है।

 विश्वास की नैय्या में बैठाकर।

  आत्म विश्वास बढाया है।

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देश के लिए जीए।

 देश पर कुर्बान है।

हिंद के अमिट सितारे।

पूरे विश्व की शान है।

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पुण्य धरा के पुण्य निवासी,  

 भारतीय कहलाते हैं।

 संस्कृति रहे अमिट,

 कसम यह खाते हैं।

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 पुण्य धरा पर तिरंगे ने

 आलोक जब बिखराया।

 अमिट सितारों का बलिदान

 तब निखर कर आया।

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