वीर सैनिक
वीर सैनिक


सत सत प्रणाम तुम्हे,
हे माँ भारती के लाल।
देश रक्षा के लिए,
डटे सीमा पर बनके ढाल।
निःस्वार्थ भाव से तुम,
करते रक्षा माटी की।
हो मरु भूमि राजस्थान,
या हो जम्मू घाटी की।।
हो धूप या सर्द दोपहरी,
क़भी न हार माने हो।
हे भारत माँ के वीर सपूत,
तुम देश रक्षा को ठाने हो।
तन समर्पण मातृभूमि को,
अब रक्त भी माँ के नाम है।
हे वीर सपूत तुम्हें,
मेरा बारमबार प्रणाम है।