"तू नहीं है तो"
"तू नहीं है तो"
तू नहीं है तो क्यों तेरा गम करूं।
जिंदगी वैसे ही थोड़ी है और क्यों कम करूं।।
तू नहीं है तो क्या कोई और न होगा।
तुझ बेगैरत के लिए क्यों आंखें नम करूं।।
साथ देने वाले तोहमतें नहीं लगाते।
तू कभी मेरा था ये किस्सा खत्म करूं।।
हँसना है अब सच्ची हँसी मुझको ।
झूठी हँसी का कब तक वहम करूं।।
जा माफ़ कर दिया कि तू आज़ाद है कबसे।
मेरी आदत है संगीत के मैं सब पर रहम करूं।।
तू नहीं है तो क्यों तेरा गम करूं...