रेशम का धागा
रेशम का धागा
इंद्रधनुश के सात रंगों में
बुनकर लाई हूँ मैं राखी।
चुन-शुन कलियाँ बागीचे से
सजाई है मैंने राखी।
वीरा मेरा सलामत रहे,
दुआ यह हर चौखट पर
माँग कर लाई हूँ मैं राखी।
रेशम का धागा हैं कच्चा
पर प्यार मेरे वीरा का सच्चा,
बांधा जब कलाई पर वीरा की तब
हो गया धागा पक्का
चाँद से चाँदनी, सूरज से लाली
लेकर मैं आई हूँ वीरा तेरी राखी।
