मां
मां


मैं कभी कभी सोचती हूं ,
क्यों जब जब मैं भूखी थी
तुम अपनी भूख भूल गई,
क्यों जब जब मैं रोती थी
तुम अपनी खुशी भूल गई,
अरे मां ,
मैं तो तुम्हे ढंग से धन्यवाद न कह सकी
पर ना जाने तुमने कितनी बार क्षमा मांगली ।
~तुम्हारी ऋणी
मैं कभी कभी सोचती हूं ,
क्यों जब जब मैं भूखी थी
तुम अपनी भूख भूल गई,
क्यों जब जब मैं रोती थी
तुम अपनी खुशी भूल गई,
अरे मां ,
मैं तो तुम्हे ढंग से धन्यवाद न कह सकी
पर ना जाने तुमने कितनी बार क्षमा मांगली ।
~तुम्हारी ऋणी