shiva vinesh
Abstract
एक खूबसूरत गाँव,
हमारा घर,
उस घर में देवी,
वह मेरी मां है.
हैप्पी मदर्स डे।
छेड़ने वाला
मां
पंत से पल्लवित होती प्रथा सी, महादेवी की नीर भरी व्यथा सी, पंत से पल्लवित होती प्रथा सी, महादेवी की नीर भरी व्यथा सी,
पड़ोसी खुश हैं हमें भनक लग गई। सोच रहा हूं.......... पड़ोसी खुश हैं हमें भनक लग गई। सोच रहा हूं..........
कुछ प्रश्नों के उत्तर तो मिल चुके थे, पर, फिर भी मैं असंतुष्ट था। कुछ प्रश्नों के उत्तर तो मिल चुके थे, पर, फिर भी मैं असंतुष्ट था।
जिसमें ख़ुशी से जीना था मैं सारा समय गवाँ आया मैं सारा समय गवाँ आया। जिसमें ख़ुशी से जीना था मैं सारा समय गवाँ आया मैं सारा समय गवाँ आया।
ख़ामोश रहना सिर्फ आदत नहीं बल्कि एक पृष्ठभूमि तो है ही. ख़ामोश रहना सिर्फ आदत नहीं बल्कि एक पृष्ठभूमि तो है ही.
अपने उसी किले पर मैं अपनी सफलता का परचम लहराऊं। अपने उसी किले पर मैं अपनी सफलता का परचम लहराऊं।
और सुबह सा मुस्कराता कोई चेहरा आहिस्ता आहिस्ता करीब आ रहा है। और सुबह सा मुस्कराता कोई चेहरा आहिस्ता आहिस्ता करीब आ रहा है।
जाल तो बिछा रहे है अगर कोई यार अपना... तो छाप दे तू निशान अब कांटे भरी खाल में... जाल तो बिछा रहे है अगर कोई यार अपना... तो छाप दे तू निशान अब कांटे भरी खाल मे...
क्यों मज़हब-मज़हब करते हो उस रब से भी ना डरते हो, बना बना के धर्म अनेक आपस में कट मरते हो। क्यों मज़हब-मज़हब करते हो उस रब से भी ना डरते हो, बना बना के धर्म अनेक आप...
अशब्द वो कुभाव युक्त पेज को हि फाड़ दो । भरे घड़ा कुपाप जो वही घड़ा लताड़ दो ।। अशब्द वो कुभाव युक्त पेज को हि फाड़ दो । भरे घड़ा कुपाप जो वही घड़ा लताड़ दो ...
समझ सके हे मानव समझो तब हर बन्दर हनुमान है। समझ सके हे मानव समझो तब हर बन्दर हनुमान है।
नैन कह देते हैं नैन सुन लेते हैं, नैन हंस देते हैं नैन रो देते हैं! नैन कह देते हैं नैन सुन लेते हैं, नैन हंस देते हैं नैन रो देते हैं!
हमेशा मेरे साथ रहो और ऐसे प्यार करो जैसे तुम्हें करना चाहिए। हमेशा मेरे साथ रहो और ऐसे प्यार करो जैसे तुम्हें करना चाहिए।
संघर्षों से लड़कर जीतना आपने हमें सिखाया, ज्ञान ज्योति देकर हमारा जीवन आसान बनाया, संघर्षों से लड़कर जीतना आपने हमें सिखाया, ज्ञान ज्योति देकर हमारा जीवन आसान ब...
जब मैं बोल भी नहीं पाता था.. सिर्फ़ मेरे इशारों से मैंने उन्हें हर ख्वाहिश पूरा करते दे जब मैं बोल भी नहीं पाता था.. सिर्फ़ मेरे इशारों से मैंने उन्हें हर ख्वाहिश पूर...
, नाक़ाम या मुक़म्मल होना ज़रूरी क्यूँ होता है! , नाक़ाम या मुक़म्मल होना ज़रूरी क्यूँ होता है!
मेघों की गर्जन झरने की झरझर सब समाया इन्हीं सात सुरों में। मेघों की गर्जन झरने की झरझर सब समाया इन्हीं सात सुरों में।
तुम्हें लगा मेरी मेहनत क्या गुल खिला पायेगी रोक सको तुम मेरे हौसले ताकत कहाँ से आएगी तुम्हें लगा मेरी मेहनत क्या गुल खिला पायेगी रोक सको तुम मेरे हौसले ताकत कहाँ ...
हर गली-२ में शोक मने ध्वज-राष्ट्र तुम्हारा कफ़न बने। हर गली-२ में शोक मने ध्वज-राष्ट्र तुम्हारा कफ़न बने।
भक्तों के हो तुम बहुत प्यारे कष्ट सभी के हरते सारे भक्तों के हो तुम बहुत प्यारे कष्ट सभी के हरते सारे