जीवन की रण
जीवन की रण
भूल जाओ कल की बातें,
बस याद रखो आज की रात।।
जिसे चाहोगे वह मिलेगा ,
यह सोचकर मत करो किसी का इंतजार।।
वक्त भी किसी के लिए रुकता नहीं ,
लाख करलो सही वक्त का इंतजार।।
यह दुनिया है इम्तेहान का ,
देना पड़ता है सबको हर बार।।
संभाल लो खुद को और जंग के लिए हो जाओ तैयार।
जीवन है बस रण का क लरना पड़ता है बार बार।।
याद रखो जीत होती है उसकी ,
जिसमें वीरता होता हैं अपने चरम सीमा पर।।
हार मानकर बैठनेवाले होते नहीं हैं कामयाब।
तो भुला दो सारे गम ,
अब हो भी जाओ रण के लिए तैयार ।।
दिखा दो सबको कि -
कितना तीक्ष्ण हो सकती है तुम्हारी तलवार।।