STORYMIRROR

Anjali Pundir

Others

4  

Anjali Pundir

Others

गुनगुनी धूप

गुनगुनी धूप

1 min
526


गुनगुनी धूप अब भाने लगी है

सर्दी की आहटें आने लगी हैं


गरम कपड़ों की सिलवटें भी

आजादी के सुर गुनगुनाने लगी हैं

गुनगुनी धूप अब भाने लगी है


छत पर पंख पसारे अलसाई-सी गोरैया

धूप में सुस्ताने आने लगी है

गुनगुनी धूप अब भाने लगी है


भास्कर की दक्षिणायन चितवन

उर में सिहरन-सी जगाने लगी है

गुनगुनी धूप अब भाने लगी है


हवा के तेवर भी तीखे हुए हैं

भोर में आकर सिहराने लगी है

गुनगुनी धूप अब भाने लगी है


सुदूर बसे पहाड़ों के शहर से

बर्फबारी की खबर आने लगी है

गुनगुनी धूप अब भाने लगी है


तिल-मूँगफली की भीनी गंध

मन को कुछ ज्यादा ही ललचाने लगी है

गुनगुनी धूप अब भाने लगी है


Rate this content
Log in