Narendra Mishra

Inspirational

5.0  

Narendra Mishra

Inspirational

गति

गति

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महंगी गाड़ी थी

तेज़ चल रही थी

और

पीछे छूटते जा रहे थे

बहुत से लोग

कई पेड़, छोटे घर

खंभे, मवेशी, बालू के ढेर ।

चालक, सवार

बड़े खुश थे

अपनी चाल देखकर

आगे बढ़ कर

या

औरों को पीछे छोड़ कर

लेकिन ये क्या

अगले ही मोड़ पर

समय था।

अपनी ही गति से

टहल रहा था।

और कई महंगी गाडि़यों को

पीछे कर रहा था ।


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