एहसास
एहसास
एहसास दिलाया नहीं जाता,
वो किसी के लिए खुद ब खुद आ जाता है।
एहसास है तो कृष्ण है,
एहसास है तो राधा रानी है।
गर एहसास नहीं तो,
प्यार की निशानी भी पाप की निशानी है।
एहसास ही तो इंसान को,
इंसान बनाता है।
बगैर एहसास का इंसान,
जानवर की श्रेणी में आता है।
एहसास है तो मीरा है,
एहसास से ही रसखान है।
एहसास से ही मंदिरों में रखा
पत्थर भी भगवान है।