छोटी
छोटी
पक्का ठान के बैठा, बहुत ध्यान से बैठा।
ढूंढ लूंगा तुझे आज , यह मान के बैठा।
तुझे तेरा हक दिलवाऊंगा ,
दुनिया से , आज तुझे मिलवाऊंगा।
बताऊंगा तेरे बारे में , हर बात,
उसे बड़ा बनाने में, है तेरा भी हाथ।
उमड़ पड़ेंगे सभी के जज़्बात,
हो जाएं शायद , बेकाबू हालात।
न्याय तुझे दिलवाने को ,
कुछ अपना मन बहलाने को।
बदल डाले चैनल सारे,
हर जगह ,बड़ी खबर ही नजर आती ।
छोटी तू , जाने किधर भाग जाती
मिली होती , छोटी खबर , आज तू।
सबसे मिलवाने की तुझे, पूरी हो जाती आरज़ू।
बड़ी खबर , बड़ी खबर ,हर चैनल चिल्लाता।
छोटी खबर मुआ , कोई ना दिखलाता।