बदल रही हूं
बदल रही हूं
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रफ्ता - रफ्ता बदल रही हूं
न जाने किस बात की
नाराजगी है मुझे,
वजह पता नहीं मगर
कुछ तो सताता है मुझे।
बेवजह ही चिल्ला पड़ती हूं
हर बात में जवाब देती हूं,
ऐसी न थी मैं, बस यही बात
परेशान करती है मुझे।
यूं ही तो नहीं
कोई बन जाता ऐसा,
इस शोर की महफ़िल में
सुकून की तलाश है मुझे।