बारिश और इंद्रधनुष
बारिश और इंद्रधनुष
काली घटाएँ, ठंडी हवाएँ,
और साथ मे कोयल के गीत।
बड़े हैं प्यारे, मन को भावे,
दिल मे जगाती है इक सुकून।
हल्की सी बारिश, खिलती हुई धूप,
देखो बन गया फिर इंद्रधनुष।
सूरज की किरणें, बादलोँ में छुपते,
लगते हैं कितने अदभुत।।
