बादल से आज चाँद झांका है
बादल से आज चाँद झांका है
बादल से आज चाँद झांका है,
आसमान के पार हमने अपना रास्ता नापा है,
कुछ ख्वाहिशें हैं दिल में जिन्हें हमने थामा है,
हर ग़म की आँखों में खुशी को तलाशा है,
जानते हैं कि एक दिन मंज़िल को छू लेंगे,
क्यूँकी हर मुश्किल में डगर को हमने तराशा है...
