नज़र मिलाने और चुराने से शुरु होने वाले प्यार को बंया करती है ये कविता नज़र मिलाने और चुराने से शुरु होने वाले प्यार को बंया करती है ये कविता
मन है पावन और ह्रदय में भक्ति है। मन है पावन और ह्रदय में भक्ति है। मन है पावन और ह्रदय में भक्ति है। मन है पावन और ह्रदय में भक्ति है।
वाह रे मेरा आधुनिक भारत ये तो सच में, मेरे देश को बदल रहे हैं। वाह रे मेरा आधुनिक भारत ये तो सच में, मेरे देश को बदल रहे हैं।
तुमको तुम्हारी अपेक्षाओं से भी ज्यादा जो है जानती, वो है माँ। तुमको तुम्हारी अपेक्षाओं से भी ज्यादा जो है जानती, वो है माँ।
पग-पग पर परछाई सा साथ निभाए, वही सच्चा गुरु कहलाये। पग-पग पर परछाई सा साथ निभाए, वही सच्चा गुरु कहलाये।
चौदह सितम्बर को सिमटे मन के भाव रह गए। चौदह सितम्बर को सिमटे मन के भाव रह गए।