उड़ेल दे साक़ी मै के सागर सीने मे मगर आफ़ताब बुझाओ बड़ी घुटन है यहां उड़ेल दे साक़ी मै के सागर सीने मे मगर आफ़ताब बुझाओ बड़ी घुटन है यहां
आँखों के आंसू भी खामोश है अब तो कलम का एक सहारा मिल गया आँखों के आंसू भी खामोश है अब तो कलम का एक सहारा मिल गया
नील गगन में मुक्त तौर से, करनी है धरती की परिक्रमा नील गगन में मुक्त तौर से, करनी है धरती की परिक्रमा
तेरी हर बात पर है भरोसा हमको पर तकदीर पर नही इसलिए अब दिल कुछ उदास सा हो गया है तेरी हर बात पर है भरोसा हमको पर तकदीर पर नही इसलिए अब दिल कुछ उदास सा हो गया ...
मेरे सीने में एक कसक बनकर तुम जाने क्यों छा जाते हो । मेरे सीने में एक कसक बनकर तुम जाने क्यों छा जाते हो ।
ये ऐसी जगह होनी चाहिए जहाँ रातों में रौशनी का अवकाश होता हो और दिन में जश्न मनाए जाते हो ... ये ऐसी जगह होनी चाहिए जहाँ रातों में रौशनी का अवकाश होता हो और दिन मे...