हर तरफ आग जल रही, धुआँ दिलों में है, दिन जले, रात जल रही, धुआँ दिलों में है। जो कभी साथ मनाते थे... हर तरफ आग जल रही, धुआँ दिलों में है, दिन जले, रात जल रही, धुआँ दिलों में है। ...
समय के चलते चलतेहालात बदलते बदलतेये कहाँ आ गये हम समय के चलते चलतेहालात बदलते बदलतेये कहाँ आ गये हम
और हम उनकी यादों में खोये रहते हैं... और हम उनकी यादों में खोये रहते हैं...
देश के मिट्टी में जन्मे हम बढ़े फूले फले तुम कहो क्या न्याय हम इसको यूँ कहें ? देश के मिट्टी में जन्मे हम बढ़े फूले फले तुम कहो क्या न्याय हम इसको यूँ कहें ?
तू ही देश का रक्षक, तुझ से ही सियासत है क्या लिखू तुझ पे, तू तो सरहदों का वारिस है, मालिक है तू वत... तू ही देश का रक्षक, तुझ से ही सियासत है क्या लिखू तुझ पे, तू तो सरहदों का वारिस...
ना पुछ तारीख़ से मेरे इश्क़-ए-वतन की सनद मेरे लावारिस मय्यत को बस मादर-ए-वतन दे दे ना पुछ तारीख़ से मेरे इश्क़-ए-वतन की सनद मेरे लावारिस मय्यत को बस मादर-ए-वतन ...