मझधार में खड़ी तेरी नाव को लिखूं या फिर अपनी ज़िंदगी के गुलज़ार को लिखूँ! मझधार में खड़ी तेरी नाव को लिखूं या फिर अपनी ज़िंदगी के गुलज़ार को लिखूँ!
क्या पता कब तुम्हें और एक, आशियाने की जरूरत पड़ जाए ? क्या पता कब तुम्हें और एक, आशियाने की जरूरत पड़ जाए ?
पीले परिधान पहनकर प्यारा बसंत आ रहा है। पीले परिधान पहनकर प्यारा बसंत आ रहा है।
पौध पर्यावरण को सुरक्षित रखते हैं पौधे जीवन को महफूज भी रखते हैं पौध पर्यावरण को सुरक्षित रखते हैं पौधे जीवन को महफूज भी रखते हैं